अगर आप एक भी सिगरेट पिटे है तो हो जाए सावधान,सिगरेट पीने के 20 मिनट के अन्दर ही होता है यह जानकर उड़ जाएँगे आपके होश
सिगरेट पीने से कई तरह की बीमारियाँ, जैसे मुँह का कैंसर, फेफड़े का कैंसर, आदि हो जाती हैं। यह बहुत ही भयावह स्थिति होती है। ज्यादातर लोग यही समझते हैं कि जो लगातार सिगरेट पीते हैं, केवल उन्हें ही नुकसान होता है। कभी-कभी पीने वालों को कोई नुकसान नहीं होता है।
अगर आप भी ऐसा सोचते हैं तो यह एकदम गलत है। आपको बता दें आपके सेहत के लिए एक सिगरेट भी बहुत नुकसानदायक हो सकती है। सिगरेट पीने से आमतौर पर सभी को समस्या होती है लेकिन जिन्हें साँस की बीमारी है, उनके ऊपर सिगरेट का ज्यादा बुरा असर होता है। 1 सिगरेट किसी भी व्यक्ति के शरीर पर 20 मिनट के अन्दर ही अपना असर दिखाने लगती है। केवल यही नहीं एक शोध में यह बात सामने आयी है कि जो लोग लगातार सिगरेट पीते हैं अगर वह छोड़ भी देते हैं तो छोड़ने के सालों बाद भी उन्हें स्ट्रोक का ज्यादा खतरा बना रहता है।
एक सिगरेट पीने के 20 मिनट के बाद ही व्यक्ति के रक्तचाप में तेजी से बदलाव होने लगता है। इसकी वजह सिगरेट में मौजूद निकोटिन है जो आपके खून में घुलकर नॉर्मल रेंज से बढ़ जाता है। सिगरेट पीने के बाद आपका ब्लड प्रेशर 10-15 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। इसकी वजह से व्यक्ति दिल की बिमारियों से भी घिर जाता है। हालांकि कुछ ही देर में ब्लड प्रेशर सामान्य हो जाता है, लेकिन लगातार सिगरेट पीने वालों के लिए बड़ी समस्या हो जाती है।
सिगरेट पीने के मात्र 20 मिनट के अन्दर ही व्यक्ति के त्वचा के तापमान में बढ़ोत्तरी होने लगती है। ऐसा रक्त कोशिकाओं की वजह से होता है, जो सिगरेट के धुएं के खून में मिल जाने की वजह और बढ़े हुए रक्तचाप के कारण ज्यादा काम करने लगती है। व्यक्ति के हाथ और पैर के तलवे भी ठंढे पड़ने लगते हैं, क्योंकि वहाँ तक खून अच्छे से नहीं पहुँच पाता है। लगातार सिगरेट पीने वालों की त्वचा में झुर्रियाँ भी पड़ जाती हैं और वह समय से पहले ही बूढ़ा दिखने लगता है।
सिगरेट पीने के कुछ ही समय बाद आपके दिल की धडकनें सामान्य से तेज हो जाती है। ऐसा केवल सिगरेट पीने वालों के साथ ही नहीं होता है, बल्कि उन लोगों के साथ भी होता है जो सिगरेट पीने वालों के आस-पास खड़े होते हैं। जो लोग सिगरेट पीने वालों के आस-पास खड़े होते हैं, उनकी सेहत पर भी इसका बुरा असर पड़ता है। धड़कन 10-25 बार प्रति मिनट ज्यादा तेजी से धड़कने लगता है। यह भी रक्तचाप की तरह कुछ समय में सामान्य हो जाता है।
No comments:
Post a Comment